सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मेक इन इंडिया की तैयारी को लेकर अपनी राय रखी है. साथ ही लाइन ऑफ कंट्रोल पर सीज फायर वॉयलेशन के मुद्दे पर भी उन्होंने बात की है. सेना प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का जो मेक इन इंडिया मिशन है. सेना उसे आगे बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. हम भी चाहते हैं कि जहां तक साथ हो सके हम मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाएं, हमारे सारे हथियार भारत में ही बनें, इससे सेनाओं को भी फायदा होगा. इसे अंजाम देने के लिए हम कई सालों से काम कर रहे हैं. अब धनुष के 9 और एम 777 आ चुकी हैं. उसके अलावा सारंग भी है, जिसे कल रक्षामंत्री सेना में शामिल करेंगे.
उन्होंने आगे कहा, 'इस साल के बजट में थोड़ी सी वृद्धि हुई है, 8-9 फीसदी और सेनाओं का आधुनिकीकरण लगातार चलने वाली कार्यवाही है. जिन-जिन चीजों की हमें जरूरत है उसके लिए हमारे पास काफी बजट है. सीएजी की रिपोर्ट 2015 की है उसमें इतना साफ नहीं है. आज की तारीख में मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं जो भी जवान सियाचिन में तैनात है उनको जो भी जो कपड़े चाहिए, जो हथियार चाहिए पूरी तरह से दिया जा रहा है.'
जनरल मनोज नरवणे का कहना है कि एक जवान को एक लाख से ज्यादा का सामान दिया जाता है. मैं सेना प्रमुख बनने के बाद अपनी पहली यात्रा पर सियाचिन गया और मैंने भी वहां पर जवानों को दी जाने वाली जैकेट पहनी मुझे कोई कमी नजर नहीं आई.
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कश्मीर के ताजा हालात पर कहा कि लाइन ऑफ कंट्रोल पर सीज फायर की घटनाएं बढ़ी हैं. सेना ने सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों को रोका है जिसकी वजह से कश्मीर घाटी के अंदर हालात में सुधार हुआ है. कश्मीर घाटी में ग्रेनेड फेंकने और आईडी ब्लॉक घटनाएं रुक गई हैं. पाकिस्तान की एक पॉलिसी है जिसके तहत वह कश्मीर में हरकत करता है लेकिन उन्हें सोचना चाहिए कि उनकी पॉलिसी उन पर क्या असर पड़ा है. अगर वे खुद का विकास चाहते हैं तो ज्यादा बेहतर होगा.'